Friday, 30 January 2015

Akhandta......?

"शुभ प्रभात वंदन दोस्तों !!
!!ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुंडाये विच्चे.....जय पापहारिणी माँ!!
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अखण्ड जयोत का अर्थ ?
हमारी यही कोशिश रहती है कि वो ज्योत जो हमने जलाई किसी भी कारन से खंडित ना हो हमारी तमाम सावधानी के बाद भी अक्सर ज्योत खंडित होती रहती है और हम दुखी ?दुखी होने होने की जरुरत नहीं क्यूंकि अलोम और विलोम हमारे जीवन में बने रहेंगे जो ज्योत हम जलाते हैं उसके खंडित होने अवस्था में दुखी ना हो अखंडता के प्रति आपका कंसंट्रेशन ही पूजा की पूर्णता है ईश्वर आपसे बार-बार.अपनी सेवा चाहते हैं क्यूंकि आप उनके प्रिय हो उसी तरह हमारा देश भी यहाँ के शांतिप्रिय नागरिक भी अखंडता चाहते हैं नाकि लड़ाई -झगड़ा और नफरत !!...जय माँ अम्बे !!

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