Saturday, 18 April 2015

शनि की साढ़े साती या ढईया : शनि के उपाय

!!शुभ प्रभात वंदन  दोस्तों ........जय माता दी!!
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शनि की साढ़े साती या ढईया : शनि के उपाय :
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शनि देव के प्रकोप से हम सभी भयभीत रहते हैं। शनि की साढ़े साती हो या ढईया इनका नाम सुनते ही घबराहट सी महसूस होने लगती है। लाल किताब में शनि के प्रकोप से बचने के लिए आसान उपाय दिये गये हैं। इस लेख में इन्हीं उपायों के बारे में जिक्र किया जा रहा है।
आमतौर पर वैदिक ज्योतिष में जब ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति  मे होते  है तब उनका उपाय किया जाता है।परन्तु  ग्रह चाहे शुभ स्थिति में हो या अशुभ उसका उपाय करने से जहाँ उसके फल में स्थायित्व रहता  हें, वही दूसरी तरफ अशुभ ग्रह का उपाय करने से उसके विपरीत प्रभाव में कमी आती है।
कुण्डली में शनि जिस भाव में है उस भाव के अनुसार हमें किस प्रकार का उपाय करना चाहिए/
आपकी कुण्डली में शनि प्रथम भाव में स्थित हों तो आपको इस प्रकार के उपाय करने चाहिए।
1) जमीन पर तेल गिराएं.
2) 48 वर्ष की आयु तक मकान न बनाएं.
3) रूके हुये पानी में काला सुरमा दबाएं.
4) बन्दर पालें.
5) मांगने वाले को लोहे की अगींठी, तवा, चिमटा इत्यादि दान में दें.
6) वट बृक्ष की पेड़ की जड़ में दूध डालकर उसकी गीली मिट्टी का तिलक माथे पर लगाएं.

द्वितीय भाव में स्थित शनि के उपाय
1) भूरे रंग की भेंस पालें.
2) साँप को दूध पिलाएं.
3) मन्दिर में उड़द काली मिर्च, काले चने व चन्दन की लकडी दान में दें.
4) प्रतिदिन मन्दिर में दर्शन करें.

तृतीय भाव में स्थित शनि के उपाय (Remedies of Saturn in third house)

1) अलग-अलग रंग के (सफेद, लाल, काला, ) तीन कुत्ते पालें.
2) मकान की दहलीज में लोहे की कील लगाएं.

चतुर्थ भाव में स्थित शनी के उपाय

1) साँप को दूध पिलाएं.
2) मछ्ली को चावल, दाना आदी डालें
3) डा़क्टरी का कार्य करें और इलाज के तौर खुश्क दवा दें.
4) रात को दूध न पिये.
5) श्रमिक वर्ग से अच्छे सम्बन्ध बनाकर रखें.
6) भैस पालें.
7) दवाईयों व्यापार करें.

पंचम भाव में स्थित शनी के उपाय

1) 48 वर्ष आयु से पहले मकान न वनाएं.
2) मन्दिर में बादाम चढाए़ व उनमें से आधे वाप़स लाकर घरमें रखें.
3) पुत्र के जन्म दिन पर मिठाई न बाटें.
4) कुत्ता पालें.
5) काले सुरमें को बहते जल में प्रवाहित करें.

छटे भाव में स्थित शनि के उपाय
1) भूरे व काले रंग का कुत्ता पालें.
2) सरसो का तेल मिट्टी या शीशी के बर्तन में बन्द करके तालाब के पानी के अन्दर दबाएं.
3) साँप को दूध पिलाएं.
4) रात के समय किया गया काम लाभदायक होगा.

सप्तम भाव में स्थित शनि के उपाय
1) 22 वर्ष की आयु से पहले विवाह न करें.
2) देशी खाण्ड मिटटी के बर्तन में भरकर श्मशान में दवाएं.
3) पत्नी के बालों में सोना लगाएं.
4) किसी भी रिश्तेदार से साझें में कार्य न करें.
5) पत्नी की सलाह से काम करें.

अष्टम भाव में स्थित शनि के उपाय
1) शराब, अण्डे, मांस से परहेज करें.
2) मकान न खरीदें.
3) भारी मशीनरी का व्यबसाय न करें.
4) लोहे की अंगीठी, तवा, चिमटा आदि दान करें.
5) भुमि पर नगें पाँव ना चलें.
6) आठ किलो साबुत उड़त चलते पानी में प्रवाहित करें.

नवम भाव में स्थित शनि के उपाय

1) शराब, अण्डा, मांस का सेवन ना करें.
2) चलते पानी में चावल प्रवाहित करें.
3) पिता, दादा के साथ रहें.
4) बूढे ब्राह्मण को बृहस्पति की वस्तुएँ दान करें .
5) छत पर इंधन (चूल्हा) न जलाएँ.
6) सोना, चांदी व कपडे़ का व्यबसाय लाभ देगा.

द्शम भाव में स्थित शनि के उपाय (Remedies of Saturn in tenth house)

1) रात को दूध ना पिये.
2) सिर ढक कर रखें .
3) दस अन्धों को भोजन करायें.
4) शराब, अण्डा, मांस का सेवन ना करें.5) मन्दिर में दर्शन हेतु जाते रहें.

एकादश भाव में स्थित शनि के उपाय

1) शराब, अण्डा, मांस का सेवन ना करें.
2) 48 वर्ष आयु के पश्चात मकान बनाऎं.
3) जमीन पर तेल गिराऎं.
4) मकान में दक्षिण दिशा की ओर दरवाजा ना रखें.
5) शुभ काम करने से पहले मिट्टी का घडा़ पानी से भरकर रखें.


द्वादश भाव में स्थित शनि के उपाय
1) झूठ बोलने से बचे.
2) मकान की पिछली दीवार में रोशनदान ना बनाएं.
3) शराब, अण्डा, मांस से परहेज करें.
4) धर्म, कर्म करते रहें.

शनि के उपरोक्त उपाय  करने से तुरन्त लाभ मिलता हैं.
ध्यान रखें:
1) एक समय में केवल एक ही उपाय करें.
2) उपाय कम से कम 40 दिन या 43 दिनो तक करें.
3) उपाय में नागा ना करें यदि किसी कारणवश नागा हो तो उपाय फिर से प्रारम्भ करें.
4) उपाय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक करें.
5) उपाय खून का रिश्तेदार ( भाई, पिता, पुत्र इत्यादि) भी कर सकता है.
!!ज्योतिषविद  :
देवल दुबलिश, मेरठ !!

केतु के उपाय

!!शुभ प्रभात वंदन  दोस्तों ........जय माता दी!!
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इस लेख के माध्यम से केतु ग्रह के प्रत्येक भाव मेँ स्थित होने पर उसके उपाय की जानकारी दी गई है. प्रत्येक व्यक्ति जिनका केतु जिस-2 भाव में स्थित है वह यहाँ दी गई सूची के आधार पर उपाय कर सकता है.
प्रथम भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
बन्दर को गुड़ खिलाएं2) काला, सफेद दो रंग का कम्बल मन्दिर में दान करें.3) दोना पावों के अंगुठे में चाँदी या सफेद धागा बाधँ कर रखें.4) ब्रह्मचर्य का पालन करें.5) केसर का तिलक लगाएं.

द्वितीय भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
अपने चरित्र को उत्तम बनाए रखें.2) माथे पर केसर का तिलक लगाएं.3) मन्दिर में प्रतिदिन दर्शन के लिए जाएं.
तृतीय भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
कानो में सोना पहनें.2) वृद्ध् की सेवा करें.3) माथे पर केसर का तिलक लगाएं.4) बहते पानी में गुड़ प्रवाहित करें.5) भाई बन्धुओं से अच्छे सम्बन्ध बनाकर रखें.6) जीभ पर केसर रखें.
चतुर्थ भाव में स्थित केतु का उपाय
1)
दूध में सोना बुझा कर पीएं.2) पीले रंग के नींबु चलते पानी में प्रवाहित करें.3) कुत्ता पालें.4) शरीर पर चाँदी धारण करें.
पचंम भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
दूध, चावल, देसी खाण्ड , सौंफ दरिया में प्रवाहित करें.2) पिता व दादा की सेवा करें.3) पितरो का श्राद्ध करें.4) कन्याओं का आशीर्वाद लें.5) केसर का तिलक लगाएं.6) ब्राह्मण को बृहस्पति की वस्तुऎं दान करें.
छटे भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
कुत्ता पालें.2) काला, सफेद कम्बल मन्दिर में दान करें.3) बाएं हाथ में सोने का छ्ल्ला पहने.4) दूध में केसर मिलाकर पीयें.
सप्तम भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
मीठी वाणी का प्रयोग करें.2) अपने वचन पालन करें.
अष्टम भाव में स्थित केतु का उपाय
1)कुत्ता पालें.
2)
काला, सफेद कम्बल मन्दिर में दान करें
.3) कानो में सोना पहनें.4) अपने चरित्र को उत्तम बनाएं रखें.

नवम भाव में स्थित केतु का उपाय
1) कानो में सोना पहने घर में सोना रखें.2) कुत्ता पालें.3) पिता, दादा के साथ रहें उनकी सेवा करें.
दशम भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
चांदी के बर्तन में शहद भर कर घर में रखें.2) 48 वर्ष से पहले मकान ना बनाएं.3) व्यभिचार से बचें.4) अपने चरित्र को उत्तम बनाएं रखें.
एकादश भाव में स्थित केतु के उपाय
1)
दूध से सोना बुझा कर पियें.2) काले रंग का कुत्ता पालें.3) रात में स्त्री के सिरहाने मूली रख कर सुबह मन्दिर में दान करें.4) दूध में के डालकर पिएं.
द्वादश भाव में स्थित केतु के उपाय 
 1) कुत्ता पालें, यदि किसी कारणवश कुत्ता मर जाए तो दोबारा कुत्ता पालें.इस प्रकार लाल किताब के अनुसार केतु के उपाय  करने से तुरन्त लाभ मिलता हैं.
नोट 1) एक समय में केवल एक ही उपाय करें.2) उपाय कम से कम 40 दिन और अधिक से अधिक 43 दिनो तक करें.3) उपाय में नागा ना करें यदि किसी करणवश नागा हो तो फिर से प्रारम्भ करें.4) उपाय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक करें.5) उपाय खून का रिश्तेदार ( भाई, पिता, पुत्र इत्यादि) भी कर सकता है.
ज्योतिषविद  :
!!देवल दुबलिश, मेरठ  ।!!

Friday, 17 April 2015

राहु के उपाय

!!शुभ प्रभात वंदन  दोस्तों ........जय माता दी!
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इस लेख के माध्यम से राहु ग्रह के प्रत्येक भाव मेँ स्थित होने पर उसके उपाय की जानकारी दी गई है. प्रत्येक व्यक्ति जिनका राहु जिस-2 भाव में स्थित है वह यहाँ दी गई सूची के आधार पर उपाय कर सकता है.
 
प्रथम भाव में स्थित राहु के उपाय
1)
गले में चाँदी धारण करें.
2)
जौ दूध में धोकर जल में प्रवाहित करें
.3) रात में सिरहाने सौंफ रखकर सोएं.4) गूड़ गेहुं ताम्बे का दान करें.
द्वितीय भाव में स्थित राहु के उपाय
1)
ठोस चांदी अपने पास रखें.2) दो किलो सिक्के के टुकडे चलते पानी में डालें.3) चाँदी की गोली गले में पहनें.4) घर में मन्दिर की स्थापना न करें.
तृ्तीय भाव में स्थित राहु के उपाय
1) हाथी का खिलौना घर में न रखें.2) हाती दाँन्त घर में न रखें.
चतुर्थ भाव में स्थित राहु के उपाय
1)
गंगा जल से स्नान करें.2) चाँदी के चार गोली सफेद कपडा में बाँधकर अपने पास रखें.3) जौ में जौ से चार गुना दूध मिलाकर जल में प्रवाहित करें.4) माता की सेवा करें.
पंचम भाव में स्थित राहु के उपाय
1) हाथी दाँत घर में न रखें.2) चाँदी का हाथी चाँदी की कटोरी में जल डालकर रखें.3) भोजन रसोई घर में ही करें.4) अपनी पत्नी से दुबारा शादी करें.5) कीकर की दातुन करें.6) मीठी वाणी बोले.
छटे भाव में स्थित राहु के उपाय
1)
काले रंग का कुत्ता पालें.2) भाई को अपनी साथ रखें.3) सिक्के की गोली अपने पास रखें.4) शराब, अण्डा, मांस से परहेज करें.
सप्तम भाव में स्थित राहु के उपाय
1)
चांदी का चौकर टुकडा़ अपनी जेब में रखें.2) कुत्ता पालें.3) किसी के साथ भी साझेदारी न करें.4) चार बोतल शराव खोलकर चलती पानी में डालें.5) अपने वजन के बराबर जौ दूध में धोकर चलते पानी में डालें.
अष्टम भाव में स्थित राहु के उपाय
1) चाँदी का चौकोर टुकडा़ अपने पास रखें.2) रात को सिरहाने सौफ , देसी खाण्ड रखें.3) बेईमानी और गलत कामो से दूर रहें.4) बिजली के सामान का कारबार न करें.5) जल में सिक्का प्रवाहित करें.6) मन्दिर में बादाम चढाकर आधे घर में रखें, बाद में उसे बहते पानी में प्रवाहित करें.
नवम भाव में स्थित राहु के उपाय
1) पिता के साथ रहें व उनकी सेवा करें.2) ईमानदारि की कमाई खाएं3) कुत्ता पाले.4) ससुराल से अच्छे सम्बन्ध रखें.5) नीले व काले रंग का कपडा न दे.6) बिजली का सामान मुफ्त न लें.7) धर्म - कर्म करते रहें.
दशम भाव में स्थित राहु के उपाय (Remedies of Rahu in tenth house)1) सिर ढककर रखें.2) शराव, अण्डा, मांस सेवन न करें.]3) रात को दूध न पीये.4) अन्धों को अपने हाथ से भोजन खिलाएं.
एकादश भाव में स्थित राहु के उपाय
1)
शराव, अण्डा, मांस से परहेज रहें.2) पिता की सेवा करें व उनके साथ रहें.3) सोना अपने पास रखें.4) जौ, सिक्का, नारियल बहते पानी में प्रवाहित करें.5) गरीबो को पैसा दान में देते रहें.6) निले रंग का कपडा़ ना पहने ना अपना पास रखें7) लोहे का कडा, छल्ला या चेन पहनें.8) मन्दिर में प्रतिदिन जाया करें.
द्वादश भाव में स्थित राहू के उपाय
1) नशीली वस्तुओं का सेवन न करें.2) रात में सिरहाने खाण्ड या सौफ रखकर सोएं.3) रसोई घर ही भी खाना खाएं.
इस प्रकार लाल किताब के अनुसार राहु के उपाय करने से तुरन्त लाभ मिलता हैं. नोट 1) एक समय में केवल एक ही उपाय करें.2) उपाय कम से कम 40 दिन और अधिक से अधिक 43 दिनो तक करें.3) उपाय में नागा ना करें यदि किसी करणवश नागा हो तो फिर से प्रारम्भ करें.4) उपाय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक करें.5) उपाय खून का रिश्तेदार ( भाई, पिता, पुत्र इत्यादि) भी कर सकता है.
ज्योतिषविद :
देवल दुबलिश

मेरठ 

Thursday, 16 April 2015

!!शुभ प्रभात वंदन....शुक्र का उपाय

!!शुभ प्रभात वंदन दोस्तों ....जय माता दी !!
आप सबका दिन शुभ और मंगलमय हो ....!!

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!!ॐ द्रां द्रीं द्रों स: शुक्राए नम:  !!
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इस लेख के माध्यम से शुक्र ग्रह के प्रत्येक भाव मेँ स्थित होने पर उसके उपाय की जानकारी दी गई है. प्रत्येक व्यक्ति जिनका शुक्र जिस-2 भाव में स्थित है वह यहाँ दी गई सूची के आधार पर उपाय कर सकता है.
प्रथम भाव में स्थित शुक्र का उपा
1) 25
वर्ष में शादी ना करें.2) सात प्रकार का अनाज का दान करें.3) दूसरे की सलाह लेकर काम करें.4) शादी के समय ससुराल से चाँदी लें.5) यदि आप पुरुष हे तो कन्या दान करें.6) यदि आप पुरुष हो तो गाय दान करें.7) घर के मुखिया ना बने.

द्वितीय भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1) मिट्टी, कृ्षि, या पशु का व्यबसाय करें .2) सौफ, शहद, मसूर की दाल, वेसम इत्यादी का सेवन करें.3) हौजरी, कस्मेटिक का कारोवार करें.4) व्यभिचार से दूर रहें.
तृ्तिय भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1)
अपनी पत्नी का सम्मान करें.2) मामी की सेवा करें.

चतुर्थ भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1)
किसी भी प्रकार का नशा करें.2) कुएँ में चने की दाल, हल्दी इत्यादी डालें.3) लेखक, पत्रकारिता, दलाली का कार्य ना करें, तथा पुलिस, सेना में नौकरी करें.4) अपनी पत्नी से नाम बदलकर दुबारा शादी करें. पंचम भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1)
माता पिता की म्रर्जी के अनुसार विवाह करें2) गाय की सेवा करे या गाय पालें.3) अपने चरित्र को उत्तम बनाए रखें.4) मन्दिर में चिनी, घी का दान करें.

छटे भाव के स्थित शुक्र का उपाय
1)
मन्दिर में दूध, चावल, देसी खाण्ड, गुड चढाएं.2) चिडियों को दाने डालते रहें.3) चांदी की गोली अपनी जेब में रखें.4) पत्नी के वालो में सोने की किल्प लगाएं.

सप्तम भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1)
माता पिता की सेवा करें उनका आशीर्वाद ले.2) लाल रंग की गाय की सेवा करें.3) गन्दे पानी (नाले) में नीले रंग का फूल फेकें.4) ससुराल के किसी भी सद्स्य को व्यापार में साझींदार वनाएं.5) पत्नी को नीले काले रंग के कपडे ना पहने दें.
अष्टम भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1) 27 वर्ष तक शादी करें.2) शादी के समये गाय दान करें.3) गन्दे पानी (नाले) में नीले रंग का फूल फेकें.4) माता भाई वहन के साथ सम्बन्ध अन्धे रखें.5) आटे में गुड़ मिलाकर काली गाय को दें.6) चरी - ज्वार का दान करें.

नवम भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1) मकान की नीवं में चाँदी दवाएं.2) नीम के पेड़ में नो चाँदी के टुकडे़ दवाएं.3) लाल रंग की गाय को सेवा करें.4) विवाह 25 वर्ष की आयु के पश्चात करें.5) परिश्रम करें.6) कृ्षि सम्बन्धी व्यवसाय करें.7) गाय खरीदने/ बेचने काम करें.

दशम भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1) मन्दिर में बादाम चढाएं.2) रुई का व्य़ापार करें.3) काले रंग की गाय का दान करें.4) मकान वनाएं यदी बनाएं तो उसकी पश्चिम दीवार को कच्ची रखें.5) मकान के पश्चिम दिशा में बकरी पालें.

एकादश भाव में स्थित शुक्र का उपाय (Remedies of Venus in eleventh house)1) विवाह के समय गाय का दान करें.2) रुके हुए पानी मे़ तेल दबाएं.3) मन्दिर मे़ दही चढाएं.4) सोने की सलाई को गर्म कर दूध में भिगाकर दूध पीयें.
द्वादश भाव में स्थित शुक्र के उपाय
1)
गाय पालें.2) पत्नी हाथ से कुछ कुछ दान करवाएं.3) ग्रहस्थी में पूरा ध्यान दें.4) जातक की पत्नी नील रंग का फूल सूर्यास्त के पश्चात सुनसान जगह में दबाएं.

इस प्रकार लाल किताब के अनुसार शुक्र के उपाय  करने से तुरन्त लाभ मिलता हैं. नोट 1) एक समय में केवल एक ही उपाय करें.2) उपाय कम से कम 40 दिन और अधिक से अधिक 43 दिनो तक करें.3) उपाय में नागा ना करें यदि किसी करणवश नागा हो तो फिर से प्रारम्भ करें.4) उपाय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक करें.5) उपाय खून का रिश्तेदार ( भाई, पिता, पुत्र इत्यादि) भी कर सकता है.
ज्योतिषविद :
देवल दुबलिश, मेरठ