Saturday, 29 December 2012

शुभ प्रभात .......30/12/2012.....टाइम ..06:34 
हम हमेशा शर्मिंदा ही रहेंगे ....क्युकी ऐसी मर्दानगी।।हमें हर रोज देखने को मिलेगी। इसलिए हम हमेशा शर्मिंदा रहेंगे। रोज अख़बार में डरते-डरते देखेंगे की कुछ और वीर-धीर पुरषों ने किसी मासूम पर अपनी मर्दानगी दिखाई।।जब देखेंग की हाँ ...हम फिर शर्मिंदा होंगे ..और ये सिलसिला मर्दानगी का और शर्मिंदगी का निरंतर चलता रहेगा।।  जय बाबा महाकाल 

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